
📅 प्रकाशन तिथि: 22 जून 2025 | 🕐 समय: 9:30 PM
✍ लेखक: The Rational Herald
डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर Voice of America के 639 कर्मचारीयों की छट्टी का बीजा, जो 83 सालों की स्वतंत्र पत्रकारिता की खात्म बन गया.
Voice of America बंद ट्रंप 2025: 83 साल की आज़ादी की आवाज़ अब खामोश?
Voice of America बंद ट्रंप 2025 की सबसे बड़ी खबरों में से एक है, जिसने अमेरिका और विश्व की मीडिया को झकझोर दिया है। शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने VOA (Voice of America) के 639 कर्मचारियों को एक झटके में बर्खास्त कर दिया।
ये वही VOA है जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी प्रचार का जवाब देने के लिए शुरू किया गया था। अब इसे अमेरिका की “अंदरूनी सफाई” के नाम पर लगभग पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
क्या कहा ट्रंप प्रशासन ने?
ट्रंप द्वारा नियुक्त की गईं Kari Lake ने बयान में कहा:
“हमने यह निर्णायक कार्रवाई की है ताकि ट्रंप की नौकरशाही कम करने की नीति को आगे बढ़ाया जा सके। VOA में पक्षपात, भ्रष्टाचार और संसाधनों की बर्बादी थी।”
639 कर्मचारियों को हटाने के बाद, अब केवल 50 कर्मचारी ही पूरे नेटवर्क में बचे हैं।
ersian रिपोर्टरों के साथ क्या हुआ?
सबसे चौंकाने वाली घटना रही फारसी डेस्क की। इज़राइल द्वारा ईरान पर हमले के तुरंत बाद इन पत्रकारों को बुलाया गया, पर शुक्रवार को जब वे सिगरेट ब्रेक पर गए, तब उन्हें ऑफिस में दोबारा प्रवेश नहीं करने दिया गया।
Associated Press की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें बाहर से ही बर्खास्त किया गया। Source 🔗
क्या यह स्वतंत्र पत्रकारिता का अंत है?
VOA के तीन वरिष्ठ पत्रकारों ने एक बयान में कहा:
“यह सिर्फ छंटनी नहीं है, यह 83 वर्षों की स्वतंत्र पत्रकारिता की हत्या है। अमेरिका की लोकतांत्रिक छवि के लिए यह एक काला दिन है।”
पूर्व मुख्य संवाददाता Steve Herman ने इसे “आत्म-विनाश का ऐतिहासिक कार्य” कहा।
क्या ट्रंप मीडिया को नियंत्रित करना चाहते हैं?
ट्रंप पहले से ही NPR, PBS जैसे सार्वजनिक मीडिया प्लेटफॉर्म्स की आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने कहा था:
“हमारी मीडिया लेफ्टिस्ट सोच की गुलाम बन चुकी है, अब समय है इसे खत्म करने का।”
पूर्व संवाददाता Dan Robinson ने भी VOA को “leftist bias” से भरा बताया था। Full article on NPR
कानूनी चुनौती और पत्रकारों की याचिका
तीन VOA पत्रकारों ने कोर्ट में याचिका दी थी कि नेटवर्क की स्वतंत्रता से समझौता नहीं किया जा सकता। परंतु कोर्ट ने हस्तक्षेप से इनकार किया, ये कहते हुए कि यह प्रशासनिक निर्णय है।
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Voice of America बंद ट्रंप 2025 घटना से स्पष्ट होता है कि अब अमेरिका के भीतर स्वतंत्र पत्रकारिता भी खतरे में है। आने वाले दिनों में यदि NPR, PBS और अन्य सार्वजनिक संस्थानों पर भी यही रवैया अपनाया गया, तो दुनिया को अमेरिका के लोकतंत्र पर गंभीर संदेह होने लगेगा।
ट्रंप प्रशासन का यह कदम सिर्फ मीडिया नियंत्रण नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक आवाज़ों का गला घोंटना माना जा रहा है।
- इस छंटनी का असर केवल अमेरिका में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता के लिए भी एक बड़ा झटका माना जा रहा है। VOA, Radio Free Asia और अन्य मीडिया संस्थान उन क्षेत्रों में निष्पक्ष खबरें पहुंचाते हैं जहां सरकारें प्रेस की आज़ादी को नियंत्रित करती हैं — जैसे कि चीन, उत्तर कोरिया, रूस और ईरान। अब जब इन आवाज़ों को खामोश किया जा रहा है, तो इसका सीधा असर उन लाखों दर्शकों पर पड़ेगा जिनके लिए ये संस्थान ही सत्य की एकमात्र खिड़की थे। विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह ट्रेंड जारी रहा, तो अमेरिका की लोकतांत्रिक छवि को अपूरणीय क्षति हो सकती है।