
नई दिल्ली | 8 मई 2025
भारत ने लाहौर एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय किया। पाकिस्तान के 15 सैन्य ठिकानों पर ड्रोन-मिसाइल हमलों का S-400 से जवाब।
ऑपरेशन सिंदूर की प्रतिक्रिया से एक कदम आगे
26 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष भारतीयों की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इसके बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर और भीतर स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त किया।
भारत ने साफ किया था कि यह कार्रवाई फोकस्ड, मापी हुई और गैर-उत्तेजक है — और उसने पाकिस्तानी सेना के किसी भी आधार को उस वक्त नहीं छुआ था। परंतु पाकिस्तान की ओर से 7–8 मई की रात को जो किया गया, उसने भारत को मजबूर कर दिया कि वो अपने रुख में सख्ती लाए।
इससे पहले 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 9 आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
भारत पर हमला, जवाब दो गुना सटीक
पाकिस्तान ने रात के अंधेरे में भारत के 15 से अधिक सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिश की।
ये ठिकाने थे:
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श्रीनगर, अवंतीपुरा, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज।
लेकिन भारत पहले से तैयार था।
S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ एयर डिफेंस सिस्टम और Integrated Counter-UAS Grid ने हर हमले को हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। कई जगहों पर ड्रोन के मलबे बरामद हुए, जो कि पाकिस्तान की आक्रामक नीयत का पुख्ता प्रमाण हैं।
भारत की जवाबी कार्रवाई: लाहौर में HQ-9 यूनिट ध्वस्त
गुरुवार सुबह भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर कई एयर डिफेंस रडार और सिस्टम्स को निशाना बनाया।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार:
“यह प्रतिक्रिया उसी डोमेन में और समान तीव्रता से दी गई है। विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि लाहौर स्थित HQ-9 एयर डिफेंस यूनिट को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया है।”
इस कार्रवाई ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया — भारत चुप नहीं रहेगा।
लाहौर में दहशत का माहौल: धमाके, धुआं और उड़ानें रद्द
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार:
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वॉल्टन एयरपोर्ट के पास जोरदार धमाके सुने गए।
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पूरे लाहौर में सायरन बज उठे और धुआं उठता दिखा।
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4 पाकिस्तानी सैनिक घायल और 1 नागरिक की मौत मियानो, सिंध में दर्ज की गई।
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सियालकोट, कराची और लाहौर एयरपोर्ट्स पर उड़ानें निलंबित कर दी गईं।
लाहौर जैसे प्रमुख शहर में इतने बड़े स्तर की सैन्य विफलता से पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान में खलबली मच गई है।
HAROP ड्रोन का इस्तेमाल: चुपचाप हमला, भारी तबाही
सूत्रों के अनुसार भारत ने इस ऑपरेशन में इज़रायली तकनीक से निर्मित HAROP Loitering Munitions का इस्तेमाल किया।
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ये ड्रोन टारगेट के आसपास उड़ते रहते हैं
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और लक्ष्य की पुष्टि होते ही आत्मघाती तरीके से टकराकर उसे तबाह कर देते हैं।
पाकिस्तान की सेना ISPR ने भी HAROP ड्रोन के इस्तेमाल की पुष्टि की है, जो कि भारत की उन्नत सैन्य क्षमताओं और रणनीतिक तैयारी का प्रमाण है।
LOC पर मोर्टार और आर्टिलरी फायरिंग: 16 भारतीयों की जान गई
पाकिस्तान ने LOC पर भी अकारण गोलीबारी की, जिसमें:
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कुपवाड़ा, बारामुला, उरी, पुंछ और राजौरी शामिल रहे।
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इस बर्बर हमले में 3 महिलाएं, 5 बच्चे समेत 16 नागरिकों की जान गई।
भारत ने तत्काल जवाबी कार्रवाई कर फायरिंग को रोकने के लिए सटीक आर्टिलरी शेलिंग की।
रक्षा मंत्रालय ने कहा:
“भारत किसी भी प्रकार की उकसावे की कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं करेगा। हमारी जवाबी कार्रवाई निर्णायक और न्यायोचित है।”
अन्य बड़े घटनाक्रम:
1. फिरोजपुर में पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया
बीएसएफ ने फिरोजपुर सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी नागरिक को चेतावनी के बावजूद गोली मार दी।
2. रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम पर ड्रोन हमला
PSL का पेशावर बनाम कराची मैच उस वक्त बाधित हो गया जब ड्रोन हमले से स्टेडियम के हिस्से में आग लग गई।
रावलपिंडी स्टेडियम को क्षति पहुंची, और पाकिस्तान की सुरक्षा तैयारियों पर सवाल उठे।
3. गुरदासपुर में ब्लैकआउट घोषित
Defence of India Act के तहत पंजाब के गुरदासपुर में रात 9 से सुबह 5 बजे तक का ब्लैकआउट लागू किया गया है।
केवल अस्पताल और जेलों को सीमित छूट दी गई है।
रणनीतिक स्तर पर भारत की बढ़त
भारत की यह प्रतिक्रिया सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं थी — यह एक रणनीतिक संदेश था।
कि अब भारत पहले वार की नीति नहीं अपनाता, लेकिन जवाब इतना सटीक और मारक होगा कि भविष्य में कोई दुस्साहस न करे।
PM मोदी और S. जयशंकर की बड़ी बैठकें
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प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा की समीक्षा करते हुए सभी मंत्रालयों और एजेंसियों को समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए।
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विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने स्पष्ट कहा:
“भारत संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन यदि हमारी संप्रभुता पर हमला हुआ, तो जवाब बेहद सख्त और निर्णायक होगा।”
अंतरराष्ट्रीय समर्थन: यूरोपीय संघ भारत के साथ
EU और इसके 27 सदस्य देशों ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा:
“हर राष्ट्र का अधिकार और कर्तव्य है कि वह अपने नागरिकों को आतंकवाद से बचाए।”
भारत अब सिर्फ सहने वाला देश नहीं है — जवाब देने वाला राष्ट्र है
भारत ने अपनी सैन्य और रणनीतिक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए साफ कर दिया है:
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आतंकवाद की हर साजिश का जवाब मिलेगा
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हर हमले का दोगुना प्रभावशाली प्रतिउत्तर मिलेगा
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और भारत शांति की बात करेगा, लेकिन कमजोरी की भाषा नहीं अपनाएगा।
जय हिन्द! 🇮🇳